दरअसल, दिल्ली और हरियाणा के रहने वाले वीरेंद्र राणा, सुधीर रंजन और राजवीर ऋषिकेश के त्रिवेणी घाट पर बने टापू पर बैठकर शराब पी रहे थे। स्थानीय लोगों ने पवित्र गंगा के किनारे बने इस टापू पर उन्हें ऐसा करने से मना भी किया लेकिन नशे में धुत लोगों ने किसी की एक ना सुनी।
स्थानीय लोगों ने दी पुलिस को जानकारी
उसी दौरान हिंदू संगठन और गंगा प्रेमी कुछ लोग वहां पहुंचे और इन पर्यटकों को ये काम न करने की हिदायत देने के साथ ही स्थानीय पुलिस को भी इस बात की सूचना दे डाली। मामला चूंकि आस्था से जुड़ा था इसलिए पुलिस ने भी मामले की गंभीरता से लेते हुए तत्काल प्रभाव से कार्रवाई करते हुए सभी को गिरफ्तार कर लिया। चारों आरोपियों के खिलाफ संबंधित धाराओं में चालान करके जेल भेज दिया है।
पहला नहीं है ये मामला
गंगा के बीचों बीच बैठकर शराब पीने का यह कोई पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी हरिद्वार और ऋषिकेश में अन्य राज्यों के युवक इसी तरह से शराब के नशे में धुत होकर हंगामा करते दिखाई देते रहे हैं।