उत्तराखंड में सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत का कहना ‘सब चलता है’ मेरी सरकार में ये नहीं चलेगा. बृहस्पतिवार से चर्चा का विषय बना हुआ है. सीएम ने बीते दिन सचिवालय में वीडियोकांफ्रेंसिंग के दौरान अफसरों कड़ी चेतावनी दी थी. उन्होंने यह लाइन ट्वीट की है।
बृहस्पतिवार को सचिवालय में पांच घंटे तक चली वीडियो कांफ्रेंसिंग के दौरान सीएम नौकरशाहों पर सख्त दिखे। उन्होंने बायोमैट्रिक हाजिरी, जल संचय, हरेला जैसे मुद्दों पर जिलाधिकारी नैनीताल को रिपोर्टिंग और कार्य में सुधार की नसीहत दी। सीएम ने कहा कि अफसर लोगों की समस्याओं का समाधान करें। उन्होंने ट्वीट कर भी साफ किया कि राज्य में ‘सब चलता है’ का कल्चर नहीं चलेगा। लापरवाह अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई होगी।
सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत का ट्वीट
I want to make it absolutely clear to anyone and everyone that there is no place for “chalta hai” attitude in my government.
— Trivendra S Rawat (@tsrawatbjp) 13 जुलाई 2017
अतिक्रमण तत्काल हटाएं डीएम
सीएम ने शहरों में पानी की निकासी की व्यवस्था करने को कहा। अफसरों को सड़कों व नालों पर से अतिक्रमण तत्काल हटाने के निर्देश दिए। नदी किनारे बसे लोगों को हटाने व विस्थापन का प्लान तैयार रखने के निर्देश दिए।
दून को टॉप 100 शहरों की सूची में लाएंगे
मुख्यमंत्री ने राज्य के शहरों में स्वच्छता की स्थिति सुधारने के निर्देश दिए। देहरादून को देश के टॉप 100 शहरों में शामिल करने का लक्ष्य रखा गया है। डीएम स्वच्छता के लिए नोडल अफसर होंगे। दिसम्बर तक सभी निगमों में डोर टू डोर कूड़ा उठान होगा। स्वच्छता की स्थिति अफसरों की चरित्र पंजिका में लिखी जाएगी।
एक सप्ताह में बायोमैट्रिक हाजिरी
डीएम को सभी कार्यालयों में एक सप्ताह में बायोमैट्रिक हाजिरी शुरू करने को कहा गया है। नैनीताल में वन विभाग में मशीन व बायोमैट्रिक हाजिरी न होने पर एक हफ्ते की चेतावनी दी गई है। सीएम ने जिला अधिकारियों को कार्य संस्कृति सुधारने, बायोमैट्रिक की व्यवस्था तहसील और ब्लाक स्तर पर करने को कहा। सीएम ने कहा कि अफसर न केवल समय पर ऑफिस पहुंचे बल्कि काम भी करें। समस्याओं को जिला स्तर पर ही हल किया जाए।