उत्तराखंड में छात्रवृति घोटाले में एसआईटी ने एक कॉलेज के चेयरमैन को हिरासत में लिया है। वह करोड़ों की रकम डकारने के बाद कॉलेज बेचकर नोएडा शिफ्ट हो गया था और वहां की एक यूनिवर्सिटी में बतौर प्रोफेसर कार्यरत था। एसआईटी इससे पहले उस यूनिवर्सिटी में छापा मारने भी पहुंची थी।
जानकारी के मुताबिक जिले के एक कॉलेज को वर्ष 2013-14 एवं 2014-15 में जारी हुई एक करोड़, 37 लाख की छात्रवृति को लेकर जांच की तो गड़बड़ सामने आई थी। एसआईटी ने जांच आगे बढ़ाई तो पता चला कि कॉलेज का चेयरमैन चार साल पहले ही कॉलेज बेच चुका है।
जारी किया था गैरजमानती वारंट
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