कोरोना की पहली और दूसरी लहर की तबाही के बाद लोगों में कोरोना की तीसरी लहर का खौफ साफ़ दिखने लगा है। सरकारी एक रिपोर्ट के मुताबिक सितंबर से अक्टूबर के बीच किसी भी समय देश में कोरोना की तीसरी लहर दस्तक दे सकती है। एक अलग रिसर्च में वैज्ञानिकों ने यह भी बताया कि नवंबर में कोरोना की तीसरी लहर पीक पर होगी। वैज्ञानिकों और विशेषज्ञों द्वारा लगाएं गए अनुमान से लोगों में कोरोना की तीसरी लहर का खौफ बढ़ता जा रहा है। इस खौफ में आकर लोगों ने अपनी डाइट में एक बार फिर से काढ़े का सेवन बढ़ा दिया है। काढ़ा यानि उसमें किचन में मौजूद काली मिर्च, दालचीनी और कई तरह की जड़ी-बूटियां जिसे लोग इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं।लेकिन आप जानते हैं कि काढ़े का अधिक सेवन अगर आपकी इम्यूनिटी बढ़ा सकता तो देश में इतने लोगों को अपनी जान नहीं गवानी पड़ती। आप भी कोरोना फीयर में आकर काढ़े पर जोर दे रहे हैं तो जानिए सेंट स्टीफन हस्पिटल के डॉ हितेश कुमार आर्य सीनियर कंसल्टेंट जर्नल मेडिसिन से कि किस तरह काढ़ा लोगों को बीमार बना रहा है।
डॉक्टर के मुताबिक इस महीने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि आप इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए काढ़े का सेवन दोगुना तीनगुना बढ़ा दें। सोशल मीडिया पर तीसरी लहर का खौफ साफ जाहिर हो रहा है जिससे लोग अपनी और अपने बच्चों की सुरक्षा को लेकर बेहद खौफ में है।
खौफ में आकर कुछ लोग विटामिन डी की पिल्स, घर का बना काढा, जिंक, विटामिन सी और विटामिन डी और होम्योपैथिक दवाईयों पर जोर दे रहे हैं। आप भी कोरोना फीयर से परेशान है तो काढ़ा या सप्लीमेंट पर जोर नहीं दीजिए बल्कि खुद का बचाव कीजिए। काढ़ा आपको बीमार बना सकता है। काढ़े का सेवन करने के आपकी बॉडी पर साइड इफेक्ट हो सकते हैं। आइए जानते हैं कि काढ़ा किस तरह बॉडी पर साइड इफेक्ट डाल रहा है।